Sunday, March 20, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस -part 20






हुस्न भी तेरा# अदाएं भी तेरी# नखरे भी तेरे# शोखियाँ भी तेरी,
कम से कम# इश्क़ तो मेरा रहने दे....




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मेरी आँखें यूँ ही रो पङती है,  मैं इन को कैसे समझाऊँ के कोई शख़्स  चाहनें से अपना नहीं होता




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न सोचा मैंने आगे, क्या होगा मेरा हश्र,
 तुझसे बिछड़ने का था, मातम जैसा मंज़र




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अच्छा लगता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत सुबह जुडी हो किसी हसीं शाम के साथ..





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मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान है बहुत लोग,
पर किसी ने मेरे पैरो के छाले नहीं देखे…..





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रातों में तो ख़्वाबों में मुलाकात कर भी ले,
दिन को तुम्हारी याद सताए तो क्या करे




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 न कोई किसी से दूर होता है, न कोई किसी के करीब होता है, प्यार खुद चल कर आता है, जब कोई किसी का नसीब होता है




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बच्चे तेरी गली के पिटेंगे किसी दिन...
ऐ पगली .. 
आज फिर मुझे तेरे नाम से चिढ़ा गये...




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नक़ाब क्या छुपायेगा शबाब ऐ हुस्न को
ऐ पगली ...... 
निग़ाहें ऐ इश्क़ तो पत्थर भी चीर देती हे





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आंसू छुपाए थे किसी की खुशियों की खातिर ,,,,
जमाना समझ बैठा,,,कि हमे दर्द नहीं होता,,,





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सुनो... जब कभी देख लूँ  तुम को.... तो मुझे महसूस होता है कि... दुनिया खूबसूरत है





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तुम्हें जब कभी मिलें #फ़ुर्सत मेरे दिल से बोझ उतार दो# मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई# शाम उधार दो...





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जरुरत और ख्वाइश मोहब्बत ....  तुम ही  हो ....
 खुदा जब मेहरबाँ होगा तब .... कोई एक तो पूरी होगी




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" दिल को बेचैन सा करती हैं# तुम्हारी आँखें,
रात को देर तक तुम # मुझे सोचा न करो 




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 वादों से बंधी इक# जंजीर थी जो तोड दी मैँने,
अब से जल्दी सोया करेंगे# मोहब्बत छोड दी मैँने 





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वो आखरी मुलाकात का मंजर भी कयामत से कहाँ कम था,
मेरी आँखो का काजल फैला था और उसकी आँखों में गीलापन था 




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Ajeebलोगों  ka basera hai आपके  shahar mein हुज़ूर 
Garoor mein mit jate hain मगर  yaad nahin karte.




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उफ्फ तेरी मस्त अद़ाएँ ये शोख़पन और ये मेहँदी लगे हाथ# ऐ जानम
मेरा बस चले तो किरणों को भी ना छूने दूँ ये बदन तेरा



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मेरी जिंदगी में खुशियां तेरे # बहाने से है.
आधी तुझे सताने से है# आधी तुझे मनाने से है...


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