फिर कभी नहीं हो सकती मुहब्बत सुना तुमने
वो शख्स भी एक था और मेरा दिल भी एक
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ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है , कर ले तू सितम, तेरी हसरत जहाँ तक है;
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी , हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
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जब शमां हँसी तब परवाने मासूम शरारत कर बैठे, छोटा-सा दिल और ये जुर्रत, शोलों से मुहब्बत कर बैठे।
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बड़ा तकलीफ देता है जिंदगी का वो लम्हा....जब हम चाह कर भी किसी के नहीं हो सकते !!!💔💔
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कल बेवजह किताब से चेहरे को ढक कर बहुत देर तेरी याद में बैठा रहा कोई...
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नहीं है शिकवा तेरी बेरुखी का , शायद मुझे ही तेरे दिल में घर बनाना नहीं आया !
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जाने क्या कह गया दरिया में उतरता सूरज , दूर तक हँसती हुई लहरें नज़र आई है ।
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काश कि कुछ सिरफिरे समझ पाते कि प्यार, मिटानें का नहीं बल्कि मिट जाने का नाम है
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नीलाम कुछ इस कदर हुए , बाज़ार-ए-वफ़ा में हम आज,,
बोली लगाने वाले भी वो ही थे , जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे..
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उम्र छोटी है तो क्या..जीवन का हरेक मंजर देखा हैं..!
फरेबी मुस्कुराहटें देखी है..बगल मे छुपा खंजर देखा हैं...!!
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तू नहीं तेरे अंदर बैठे रब से, मोहब्बत है मुझे...... तू तो बस एक जरिया है, मेरी इबादत का......
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सलीका हो अगर भीगी हुई आँखो को पढ़ने का तो , फिर बहते हुए आसूं भी अक्सर बात करते है।
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सुन पगली #हजारो ने दिल हारे है तेरी सूरत देखकर , कौन कहता है तस्वीर जुआ नहीं खेलती....!
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🍁🍁इश्क तो तुम से ही था.सदियों तलक.तुम से ही रहेगा....
फर्क बस इतना है. पहले तेरी बातों में खोए रहते थे.....
अब तेरी यादों में डूबे रहतेहैं ....!!🍁🍁
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“खुद को खो दिया हमने, अपनों को पाते पाते''.....!
और लोग पूछते है, कोई तकलीफ तो नहीं''…..!
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पसन्द ना आये मेरा साथ तो बता देना,•••
महसूस भी ना कर सकोगे इतनी दूर चली जाऊंगी.....
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वो जिन्हें सौंपी है दिल की सभी धड़कने , वो अपना एक पल देने को हज़ार बार सोचते है।
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वो अपनी गली की रानी होने का गरूर करती है , नादान . . ये नहीं जानती कि हम उसी शहर के बादशाह है .. ..
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सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं , दूर है वो मुझसे पर मैं उससे ख़फ़ा नहीं;
मालूम है कि वो अब भी प्यार करता है मुझसे , वो थोड़ा सा ज़िद्दी है मगर बेवफ़ा नहीं।
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लफ्ज़ जब बरसते हैं बन कर बूंदें,
मौसम कोई भी हो मन भीग ही जाता है........
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