मुझसे वो रोज कहती थी मुझे तुम चाँद ला कर दो
उसे एक आईना दे कर अकेला छोड़ आया
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तुझे लिखना तुझे सोचना अच्छा लगता है. चलो छोडो...मोहब्बत की बात है तुम नहीं समझोगे......
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हम खामोश है नादान नहीं , इतना तो समझते हैं
तेरा लिखना और सोचना मुझे भी अच्छा लगता है
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क्यूँ हर बात में कोसते हो तुम लोग नसीब को...!!
क्या नसीब ने कहा था की मोहब्बत कर लो...!!!!
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आँखों में नींद और हर ख्वाब में साथ दे अपना
जिंदगी भर के लिए मुझे हाथों में हाथ दे अपना
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कितना इख्तियार था उसे अपनी चाहत पर ,
जब चाहा #याद किया ,जब चाहा #भुला दिया।
बहुत अच्छे से जानते हैं वो , मुझे बहलाने के तरीके
जब चाहा #हँसा दिया , जब चाहा #रुला दिया
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बहुत गौर से देखने पर जिंदगी को जाना मैंने,
दिल से बड़ा दुश्मन पूरे जमाने में नहीं है...!
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दिल के हर जख्म से आती है वफ़ा की खुशबू ,,, जख्म छुप जायेंगे खुशबू को छुपाऊँ कैसे
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आज हम है कल हमारी यादें होंगी , जब हम न होंगे तब हमारी बातें होंगी
न लगाना हमारी बातों को दिल से , जब हम न होंगे तो आपकी आँखों से भी बरसाते होंगी
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कभी मौका मिला तो पूछुंगी खुदा से
जो नसीब में नहीं उसे दिल में बसाते हो क्यों
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मेरे किरदार पे तू इतना शक ना कर , मेरे यकीन को तेरा वहम न कर दे दर बदर
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वो रूठ कर बोली , क्यूँ इतना दर्द लिखते हो
मैंने मुस्करा कर कहा , शायरी कोई कानूनन जुर्म तो नहीं
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मोहब्बत में सब ताक़तें होती हैं.. सिर्फ बोलने की ताक़त नहीं होती.
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कैसे करें हम ख़ुद को तेरे काबिल...!!जब हम आदतें बदलतें हैं...तुम शर्तें बदल देते हो...!!!!
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दिल मेरा चुराकर वो बड़ी अदा से बोली , वापिस लेने आए तो जान भी ले लूंगी
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तेरे पैरों तले जो आ रहें हैं , फूल है कि फूले नहीं समा रहें है
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अश्क थे आँखों में नाकाम हसरतों के , फिर तेरी याद ने उन्हें ज़मानत दे दी!
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लफ्ज़ों को उल्झाने का हुनर था उसको पता
हर बात को मर्ज़ी से कुछ और बताता चला गया
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प्यार तो आज भी उनसे हम बहुत करते है.. पहले आखों से बाते हुआ करती थी,
आजकल Status बदल के बयान करते है...😷💔💔
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गीली मेंहदी रोई होगी, छुपके घर के कोने में!
ताजा काजल छूटा होगा, चुपके-चुपके रोने में
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उसका लिखा हुआ हर शख्स नहीं पढ़ सकता , सिवा हमारे
वो मिला लेती है काजल में हमेशा आँसू अपने
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