ए- समन्दर मैं तुझसे वाकिफ हूं मगर इतना बताता हूँ , वो आंखें तुझसे ज्यादा गहरी हैं जिनका मैं आशिक हूँ
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ये तो ज़मीन की फितरत है की, वो हर चीज़ को मिटा देती है , वरना तेरी याद में गिरने वाले आंसुओं का, अलग समंदर होता…!!
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सौ दर्द है मोहब्बत में बस एक राहत हो तुम
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क्यों ना गुरूर करूं मैं अपने आप पर.. मुझे उसनें चाहा जिसके चाहने वाले हजारों थे
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वक़्त से एक गुज़ारिश है की अच्छे से गुजर जाये
हो ना गुस्ताखी मुझसे कोई और, हँसते हँसते शाम गुजर जाये
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ज़िन्दगी का सफर इस कदर सुहाना होना चाहिए.....
सितम भी अगर हों तो शायराना होना चाहिए....
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करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना है मुश्किल, दिल को तुमसे ही नहीं ..तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है
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सुनो, कभी तुम मुझे अपना तो कभी गैर करते गये....!!
देख मेरी नादानी हम सिर्फ तुम्हे अपना कहते गये....!!
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छोटी सी बात पे वो शक्स ऐसे रूठ कर चला गया,
जैसे बरसो से उसे एक बहाने की तलाश थी...
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कितनी मासूम सी है ख्वाहिश आज मेरी, कि नाम अपना तेरी आवाज़ से सुनूँ !!!
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हो जा मेरी कि इतनी मोहब्बत दूँगा तुझे, लोग हसरत करेंगे तेरे जैसा नसीब पाने के लिए..!!
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होता अगर मुमकिन, तुझे साँस बना कर रखते सीने में, तू रुक जाये तो मैं नही, मैं मर जाऊँ तो तू नही..!!!
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उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही.. अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है ?
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एक मुझको ही नहीं खलता फ़क़त ये सन्नाटा.!
कर दिया होगा उसे भी पागल *शब_ए_तन्हाई ने.!!
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मेरी गलती करने की आदत नहीं, फिर भी करती हूँ ,
क्योंकि अच्छा लगता है तेरा प्यार से समझाना.....
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मोहब्बत के उस मुकाम पर है की, अब नफ़रत भी प्यार से हो रही है.
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धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल.. अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.
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अगर बात ख्याल की करे तो बस इतना कहेंगे...!!
तुम से जुड़ा हो तो हसीन और तुम्हारा हो तो बेहतरीन
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हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की, बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा..
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लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती, लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमीं पूरी नहीं होती है....
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तुमसे बिछड़े तो मालूम हुआ की मौत भी कोई चीज़ है , ज़िदगी तो वो थी , जो हम तेरी # महफिल में गुजार आये
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