Sunday, May 1, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 42






तुम्हीं से रूठ कर तुम्हें ही सोचते रहना,
मुझे तो ठीक से नाराज होना भी नहीं आया कभी !!



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सुन पगली  बस जीने ही तो नही देगी , और क्या कर लेगी तेरी याद


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आइना फिर आज रिश्वत लेते पकड़ा गया
दिल में दर्द था फिर भी चेहरा हँसता हुआ दिखाई दिया !



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तरतीब से रखे है ये ख्वाबो के जनाजे ,,,,आ देख ले तेरा कोई प्यारा तो नही है 



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मेरी मुहब्बत मुझसे जुदा है पर....क्या करूँ वो ही मेरा ख़ुदा है ...




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जाने कौन सी बेनाम मजबूरी है ये...
तुझसे नाखुश रहके भी तेरी ही तरफदारी करूँ..!!



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लब ओ रुखसार छुपा रक्खे है तुमने हिजाब में
आँखे बता रही है तू बन्दी हसीन है



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यूँ तो मशहूर हैं अधूरी मोहब्बत के, किस्से बहुत से...............!!
मुझे अपनी मोहब्बत पूरी करके, नई कहानी लिखनी हैं..........!


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झूठ, लालच, और फरेब से परे है.. खुदा का शुक्र है, आइने आज भी खरे है



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मैं दिल हूँ...रूकूँगा तो मर जाऊँगा....मुझे सुकून ना दे..बेक़रार रहने दे....


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‪#‎होंठ‬ उसके ‪#‎चेहरे‬ पर कुछ यूँ ‪#‎नजर‬ आते हैं ‪#‎दूध‬ मेँ रखी हो जैसे ‪#‎दो_पत्तियाँ‬ ‪#‎गुलाब‬ की..



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जरा सा इश्क का भी दखल है उसमें वर्ना , कोई हसीन मुक़म्मल हसीन नहीं होता




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‪‎फासले‬ और ‪बना लो‬....‪#‎ऐतराज़‬ ‪#‎हमने‬ कब ‪#‎किया‬... ‪#‎तुम‬ भी ‪#‎ना‬ ‪#‎भुला‬ ‪#‎सकोगे‬ ‪#‎मुझको‬...‪#‎वो‬ ‪#‎अंदाज़‬ ‪#‎हूँ‬ ‪#‎मैं‬.....



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मुझसे जलने वालों की क्या तारीफ़ करूँ ? होते दफ़न है । फ़िर भी जलते है !



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रात ख्वाब में अपनी मौत देखी मैंने,  रोने वालों में तुम नज़र नही आए।


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‪#‎मैंने‬ 👦 ‪#‎जज़्बात_अल्फ़ाज़_अहसास‬ 😌 सब ‪#‎डाल_दिये‬ हैं, ☝
पर ‪#‎मेरी_शायरी‬ 📝 ‪#‎मुकम्मल‬ ☝ आपकी ‪#‎वाह_वाह‬ 😘 से ही ‪#‎होगी‬ ।। 😘😌




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अल्फाजों को देते है मायने भी .. जब तुझे सोचा हमने 



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मेरी ख़ामोशी को समझ जाते हो तुम 
मुझे पता है , मुझे बहुत चाहते हो तुम 😘



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देने को तो कुछ भी नहीं है मेरे पास...मगर तेरी ख़ुशी मांगने हम खुदा तक भी जायेंगे ...



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रख मेरे हाथ पर अपने , हाथ का भरोसा कि अब के हम बिछडे तो…मौत आ जाए



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