Saturday, April 30, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 41






"इक बार गले मिलकर....... रोने जो दिया होता
इक पल तो मोहब्बत को...... मैंने भी जिया होता" ❤ 😯




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वो कोई और था जिसे मोहब्बत थी मुझसे ,
चेहरा वही लेकिन किरदार बदल लिया उसने




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सिर्फ़ ख़ंजर ही नहीं आंखों में पानी चाहिए
ऐ खुदा दुश्मन भी मुझको ख़ानदानी चाहिए




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 एक ही दास्तान-ए-शब , एक ही सिलसिला तो है
एक दिया जला हुआ एक दिया बुझा हुआ है ...!!



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फीकी है हर चुनरी... फीका हर बन्धेज...
जो रंगता हैं रूह को... वो असली रंगरेज़...



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बहुत हुई ‪#‎नादानियाँ‬ कुछ ‪#‎समझदारी‬ करें आज
आ ‪#‎मिल‬ कर बैठें और खोलें दिल के ‪#‎राज‬




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अपने किस किस राज को बेपर्दा करूं ,
जिस उम्र में अक्ल आती हैं उस उम्र में मोहब्बत कर बैठे...




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माना की दूरियां कुछ बढ़ सी गयीं हैं लेकिन, तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तनहा गुजरता है...!!




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 कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं, वो शख़्स नही.. मै वो शायरहूँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है..




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बेमौत मार डालेंगी ये होशमन्दियाँ ....जीने की आरज़ू है तो धोखे भी खाइये..




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अब इस ज़िँदगी को थोड़ा सुकुन चाहिए...,पगली ...मुझे 'तू' और सिर्फ 'तू' चाहिए...!




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बहुत पीछे तक झाँककर देखना पड़ता है ज़िन्दगी मैं "उसको"
अलफ़ाज़ जब भी बेहतर उतारने होते हैं कागज़ पर मुझे......



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पत्थर सा जिगर चाहिए ,साहिबा , ये इश्क है - - -टूटना है, और टूटते ही जाना है ।




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जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को खुदा कर दिया, खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए, उनको जुदा कर दिया.




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पगले  तू अभी और भी तनहा होगा...,मैं अब और भी याद आने वाली हूँ!



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खाली कागज से दिल पर खुदा को इक खत लिखा है
उसे हकीकत में भेज , जो बस ख्वाब में मिला




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💘अकेले ही🚶 गुज़रती है ज़िन्दगी , लोग तसल्लियां तो देते हैं पर 💔साथ नहीं !!..💞




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सुनो पगले  बस इतने से अल्फाज कहने है तुमसे... _ _ . ख्याल रखा करो अपना...अच्छे लगते हो हमें.




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"इक बार गले मिलकर....... रोने जो दिया होता
इक पल तो मोहब्बत को...... मैंने भी जिया होता" ❤ 😯




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मोहब्बत ख़त्म है लेकिन अभी रिश्ता नहीं टूटा
कि जितना टूटना था दिल, अभी उतना नहीं टूटा ।



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अर्थ लापता हैं या फिर शायद ‪#‎लफ्ज‬ खो गए हैं...!
रह जाती है मेरी हर बात क्यूँ इरशाद होते होते....!! 📖




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तकदीरें बदल जाती है, जब ज़िन्दगी का कोई मकसद हो , वरना ज़िन्दगी तो कट ही जाती है, तकदीर को इल्जाम देते देते..



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पिला दे आज खोल के सारे मयखाने की बोतलें
अगर भूल गया उस पगली🏻 को, खरीद लूँगा मयखाने को....



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Thursday, April 28, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 40






दुआ कौन सी थी हमें याद नहीं बस इतना याद है, दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी..




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तेरे बाद हमने दिल का दरवाजा खोला हीनहीं .. वरना बहुत से चाँद आए इस घर को सजाने के लिए




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क़यामत तो तेरी पलकों से ही शुरु होती है 
पलकें उठे तो भी क़यामत , और झुकें तो भी क़यामत 




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कयामत पे क़यामत किये जा रहे हो ,  इल्जाम इस मुफलिस पे लगाये जा रहे हो 



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कमाल का फन है तुम्हारी चाहत में ,
जिस दिल में रहते हो..उसे ही ज़ख्म देते हो,..!!



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तेरे दिए हर जख्म को सहा हमनें 
फिर भी दिल से तुझे निकलने न दिया  




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एक साँस भी पूरी नहीं होती , तेरे ख़यालों के बिना,.
तुमने ये कैसे सोचा कि हम जिदंगी गुजार देंगे तेरे बिना




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मैंने कब कहा मुझे गुलाब दे.या फिर मोहब्बत से नवाज दे !
आज बहुत उदास है दिल मेरा , गैर बनके ही सही तू मुझे आवाज़ दे !!





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चाँद सितारों से तेरी बात करते हैं , तन्हाइयों में तुझे  याद करते है ,
तुम आओ, या ना आओ, मरजी तुम्हारी , हम तो हर पल, तुम्हारा इंतजार करते है !!




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मोहब्बत तो हम तेरे मना करने के बाद भी करेंगे , पर इस बार बेवफाई तुम नहीं हम करेंगे......



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हमें किस्मत से इतने धोखे ओर यारों से दगाबाजी मिली हैं कि हमें अपनी तस्वीर भी  धुंधली सी नजर आने लगी है।



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🌹मैं कुछ कहूँ और तेरा ज़िक्र ना आये , उफ्फ, ये तो तौहीन होगी , तेरी चाहत की ----❤




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 मेरी तो आरजू तुझको पाने की थी , हर कोशिश तेरी महफिल सजाने की थी!
समझ न पाये तेरी बेवफाई को , तेरी तो हर अदा मुझको तड़पाने की थी!




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देखो साहिब : सरे आम महफिल में इकरार नहीं अच्छा , सपनों में आकर कहना कि हाँ प्यार है





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  🍃आये हो आँखों में तो कुछ देर तो ठहर जाओ🌠
🌠एक उम्र लग जाती है एक ख्वाब सजाने में🍃




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 दर्द के सिवा  कुछ भी ना दिया , गज़ब के हमदर्द हो आप मेरे 💘





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बड़ी शिद्दत से कोशिश कर रहा हूँ , अब मैं तुम्हे भूलने की
कभी बहुत दिल से दुआ करता था , तुम्हे अपना बनाने की..



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दिल की किताब में गुलाब उनका था , रात की नींद में एक ख्वाब उनका था;
है कितना प्यार हमसे जब यह हमने पूछ लिया , मर जायेंगे बिन तेरे यह जवाब उनका था।




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तू चाँद मैं सितारा होता ...❤❤आसमान में ...एक आशियाना हमारा होता ...❤❤लोग तुम्हें दूर से देखते .........नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता....




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सुनो पगले  #केवल एक 'तमन्ना' रखती हूँ.....मैं अपने 'दिल' में...'प्यार' से मुझे याद करो.....चाहे 'मुद्दतों' न बात करो"



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Wednesday, April 27, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 39








सुन #पगली जितनी तूने आज तक #मिठाईयाँ नहीं खाई,
उससे ज्यादा 💋होठों का #Taste #Try कर चुका हूँ मैं 



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मुझ से छुड़वाए मेरे सारे रास्ते उस ने... कितना चालाक था...मारा मुझे तन्हा कर के



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छोड़ कर सारी दुनिया तेरा दामन थामा  था 
चुरा कर वो दामन तूने मुझे अकेला कर दिया 




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 मेरी रूह कोे छूने के लिए , बस कुछ लफ्ज़ ही काफी है,
कह दो बस इतना ही , तेरे साथ जीना अभी बाकी है



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ज़िन्दगी हुई आँख से टपका हुआ बेरंग कतरा 
तेरे दामन  की पनाह पाता तो आंसू होता 




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तूने हमें छोड दिया कोई बात नहीं ---
हम दुआ करेंगे कोई तुझे ना छोडे किसी और के लिए ---!!




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सुन 📢 #पगली 💃 💁🏻इज्जत से कह रहा हूँ #Block 🚫 करदे मुझे..
कहीं मेरे 👈 #pHoTo 📱 देख-देख 👀 कर #Heart_Attack ❣ ना आ जाए तुझे।



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सुनो #पगली 👸🏻  तुम #बिजली ☄ के #करंट की तरह हो
जब भी #देखता 👀 हूँ  ,मेरे #दिल ❤️ में ना जाने #कितने #बल्ब 💡 जल उठते हैं 



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# मेरे ‎Çharaçter‬ पर #शक मत कर #पगली
तेरे ‪#‎Face‬ से भी #ज्यादा #साफ है♥r&♥



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#बेवफाई_तो_सब_करते_हैं , #पगली .... तु तो समझदार थी, #कुछ_नया_कर_लेती ......




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#‎कैसे‬ ना ‪#‎मर_मिटूं उस पर ‪#‎यारों‬*‎ #पगली#‬*
‪रूठ‬ कर भी ‪#‎कहती‬ थी,‪,‎सुनो_संभल_के_जाना‬♥♥


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 👰🏻 उस #पगली👈🏻 ने यूँ #Hack कर लिया 😎मेरे 💖 दिल 💕 को  की , # ना तो #Restore होपाया और ना ही  #Crash 💔 हो पाया 




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 #भूलने_का 😌 तो #सवाल ही #पैदा_नहीं ☝ होता,
#मैंने_नहीं 👦 #मेरे_दिल ❤ ने #चुना है #तुम्हें




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सुनो पगली   एक काम कर दो .बस . खुद को मेरे नाम कर दो 




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आने दो उसको मैं भी शिकायत करूंगी 
मुझे पूछे बिना क्यों मेरे सपनो में आता है वो 




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 तन्हाई सिसकियाँ और दीवारों से बातें,
मुहब्बत देती भी क्या है हसरतों के सिवा।
टूटकर चाहो किसी को तो पता चलता है,
वफ़ाएं देती भी क्या हैं नफरतों के सिवा।।



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मोहब्बत नहीं है तो नजरें भी ना मिलाया करो……
इन आँखों पे भरोसा कर के लुट गए हैं हम…




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राह भूल गए सिर्फ  एक बार देखकर तुम 
नज़र मिलायी होती तो क्या होता तुम्हारा 



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हाथ में उसके सुर्ख गुलाब था....मुझे फिर भी बस उसके होठों का ख़याल था  




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दो लफ़्ज़ों में वैसे तारीफ़ तेरी मुमकिन नहीं लगती...

मगर ये सच है कि मेरी शायरी की आशिक़ी तुम हो..





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Cu৳tε 😎»«दिखता👀 hoon  #पगली »👰🏼 ना ले ➞सस्ते😉 Ⓜe..
.#जिस 🎻◤दिन🌎 ◤अपनी❥ #औकात😉 ◤पे ↱आ↫गया..🚶ले लूंगा👐🏻 ♡ #kiֆֆ 😘रस्ते mein..😘😘🎻.....




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 भटक जाते हैं अक्सर तेरी गलियों में आकर...
सुनो, तुम ही रख लो मुझे अपना बना कर...!!



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अरे पगली मैं तो अपने मोबाइल के 100 rs.के screen_guard के भी खरोंच नहीं आने देता , फिर तू तो मेरी #Jaan  है 

Tuesday, April 26, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 38





उम्र लग जाती है अल्फाज़ों को अहसास देने में,
फ़क़त दिल टूटने से कोई शायर नहीं बनता







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देख पगली : इतना ऐतबार तो मैंने अपनी धड़कनों पर भी नहीं किया जितना तेरी बातों  पर करता हूँ



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सुनो साहिब  #दिल में कौन बसा हैं, ये तो धड़कन ही जानती है....





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भूल सकते हो तो भूल जाओ, इजाज़त है तुम्हें..
न भूल पाओ तो लौट आना , एक और भूल कि इजाज़त है तुम्हें...




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खूबियों से ही मोहब्बत हो ये, जरूरी तो नहीं,,
प्यार तो अक्सर, कमियों से भी हो जाता है,,,,,,,🌹




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 तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा, तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है, तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा




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ये फ़रेब  की दुनिया है  #पगली
जहां मोहब्बत चेहरे से शुरु होकर , जिस्म में ख़त्म हो जाती है




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 ज़िंदगी के मायने तुझसे है... ज़िंदगी की ख्वाहिशें तुझसे है..
तू क्या जाने तू क्या है मेरे लिए... मेरी हर साँस का वजूद तुझसे है



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गम में अब वो ज़ब्त नहीं रहा के हम अजनबी हो गये
बज़्म-ए-गम में मेरे वो शरीक़ नहीं होते आजकल



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माना की तेरे दर पे हम खुद चल कर आए थे,
ऐ इश्क #दर्द, दर्द और बस दर्द...
ये कहाँ की मेहमान नवाजी है?




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अगर मेरा हाथ हो किसी के हाथ में , तो वो हाथ तुम्हारा हो
अगर हम जियें किसी के साथ , वो साथ तुम्हारा हो




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🌹नज़्मों में लिखा ग़ज़लों में लिखा
मेरे महबूब ने जब भी लिखा,दिल से लिखा



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टूटकर बिखर गया दिल , जब उसने कह दिया ‪# ‎गैर‬
जिसकी खातिर ले लिया था ,हमनें जमाने भर से ‪#‎ बैर




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कोई बस गया दिल की,  गहराइयों में
मैं, तन्हा नहीं अब तो, तन्हाइयों में




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ये जो हल्की सी फिक्र , करते हो न हमारी..!! बस इसीलिए हम बेफिक्र , रहने लगे है..



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तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे...!!
मगर हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो.




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ये लाली..ये काजल..ये जुल्फें भी खुली खुली..!
तुम यूँ ही , जान मांग लेती…इतना इंतजाम क्यूँ किया..!!



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तू इतना बता की कैसे जिऊँ तेरे बग़ैर , की दिल कहीं लगता नहीं तेरे बगैर
प्यार है फ़िक्र है , तो ये बेरुखी क्यूँ
लौट आ तुझे तेरे प्यार की क़सम , की हम जान से जायेंगे ,तेरे बग़ैर




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अपनी खामोशी की रिवायत उसने सदा कायम रखी ...
बिछडा भी हमसे तो यह नहीं बताया की वजह क्या थी..।




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संग-ए-मरमर से तराशा खुदा ने तेरे शरीर को..
और बाकी जो बचा उससे तेरा दिल बना दिया..



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कभी तोड़ा था जिस ने दिल हमारा,
आज मेरी ही पनाहों में आने को मजबूर हो गया ।।


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Saturday, April 23, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 37






तलाश कर मेरी कमीं को अपने अंदर ,दर्द हो तो समझ लेना रिश्ता अभी बाकी है ……😔




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हासिल करके तो हर कोई प्यार कर सकता है 
मगर खोकर भी किसी को चाहना ही असली प्यार होता है  



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अनदेखे धागों में, यूं बाँध गया कोई, की वो साथ भी नहीं, और हम आज़ाद भी नहीं !!!



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‎कुछ‬ नहीं ‪‎रहा‬ अब मेरे ‪#‎लफ्ज़ों‬ में 😪 अब ‪#‎कोशिश‬ कर तू 👉 मेरी ‪#‎खामोशियों‬ को पढ़ने की



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 मैं हर लम्हें का इंतजार करूँगी , "जिन्दगी" वादा हैं मेरा
तेरे हर सितम से, मै बेइंतहा प्यार करूँगी |


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हथेली से सब रेत की तरह फिसल रहा है 
जो कभी जान गिरवी रख कर ख़रीदा था 



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हमें ना सिखाओ ‪#‎पेश‬ आने के तरीके,😏 क्योंकि हम ❤ ‪#‎Queen‬ 👰👈💞 है, ♣ अपने ‪#‎Rules‬♠ही खुद बनाते है 



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आंसू निकल पड़े ख्वाब में उसको दूर जाते देख कर 
आँख खुली तो अहसास हुआ की इश्क़ सोते हुए भी रुलाता है 





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 हर ‪#‎किसी‬ की ‪#‎जिंदगी‬ का एक ही ‪#‎मकसद‬ है खुद भले हों ‪#‎बेवफ़ा‬, लेकिन ‪#‎तलाश‬ वफ़ा की है।




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पता है हम  😎अपनी DP साल mein  एक बार〒 kyun chng करते है❓ं
Kyuki हम 😎नही चाहते की saari छोरियाँ 👩🏻को साल भर heart attack 💔 आये




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मैनें गले के सरे तावीज डाल कर देखे हैं 
जो तेरी याद को रोक सके वो धागा मिला ही नहीं 




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तेरा चला जाना भी जरूरी था.. वरना पता ही नहीं चलता कि दुनिया में और भी मस्त माल है..




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 दिखाने के लिए तो हम भी बना सकते हैं ताजमहल.... मगर मुमताज को मरने दे हम वो शाहजहाँ नही




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अच्छा बनाया आशियाना तुमनें प्यार का 
बुनियाद ले गए मेरे घर की उखाड़ कर 




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आज आई है मेरी याद उसे ! ज़रूर किसी ने ठुकराया होगा !!



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वो बोली क्या अब भी हमारी याद आती है, हमनें भी हँसकर बोला अपनी बर्बादी को कौन भूल सकता है 




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कभी हो मुखातिब  तो कहूं क्या मर्ज़ है मेरा 
अब तुम दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहेंगे 





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 खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती .



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 अगर कोई Girl हमें propose करती हैं तो उसे हम ‪#‎reject‬ करते हैं...लेकिन उसकी choice को हम salute करते हैं .....



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आज शायरी नहीं बस इतना सुन लो 
मैं तनहा हूँ और वजह तुम हो 


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Friday, April 15, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 36




 तेरा ..आधे मन से बात करना ..
मुझे पूरा तोड़ देता है



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मेरी सोच की सरहद के इस पार भी तू, उस पार भी तू....
ये तेरी सल्तनत है इसे बसा के रख या उजाड़ दे!!!




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आज अल्फ़ाज़ नहीं
मिल रहे साहिब...
"मोहब्बत" लिख दिया है..... महसूस कीजिए...



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यादें बनकर ही सही रहते तो हो साथ मेरे,
आपके इतने एहसान का भी हजार बार शुक्रिया !!




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अब और क्या सबूत दे उनकी चाहत का……
उन्होने एक बिँदी भी लगाई तो वो भी हमारी आँखो में देखकर……



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 यूँ ही अपने होंठों को झूठी हंसी से 'संभाल लेती हूँ।।
अंदर से कितना टूटी हूँ बस खुद पे 'पर्दा डाल लेती हूँ



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ऐसा क्या लिखूँ कि तेरे दिल को तसल्ली हो जाये, क्या ये काफी नहीं कि मेरी बंदगी हो तुम!


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तेरी तलाश में निकलूँ भी तो क्या फायदा . . तुम बदल गए हो . . खो गए होते तो और बात थी|




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करज़दार रहेंगे हम उस हकीम के......
जिसने दवा के बदले... तेरा दीदार लिख दिया....


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क्युं कहूँ उससे कि बात कर मुझसे
क्या उसको नहीं पता कि उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता



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सुन पगली करा ली है डायबिटीज की जाँच
सारी डायबिटीज तेरी किस्सी  से हुई है ..


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भूलना.. भुलाना... दिमाग का काम है साहेब....
आप.. दिल में रहते हो... बेफ़िक्र हो जाओ..


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वो जबाव तलब है कि "मुझे भूल तो ना जाओगे"..!!
जबाब मैं क्या दूँ जब सवाल ही नहीं उठता.



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“यादों की कसक, साँसों की थकन, आँखों में नमी है,
ज़िन्दगी तुझमे सब कुछ है बस “उसकी” कमी है...!”..



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अब क्यूँ रहना चाहेगा कोई किसी के दिल में उम्र भर...!!
सुना है किराये पर दिल मिलने लगें हैं इस शहर में…!!!!



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तलब है तुम्हारी कि मिटती नही है,
ये जिदगीं तुम बिन कटती नही है,
लाख चाहा कि लिख दूँ मैं  दर्द अपना,
कलम है कि तेरा फरेब लिखती नहीं है।




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सजदा कहूँ या कहूँ इसे मोहब्बत
तेरे नाम में आये अक्षर भी
हम मुस्कुरा कर लिखा करते हैं



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कुदरत ने लिखा था तुझको मेरी तमन्नाओं में
तेरी किस्मत में मैं ना था ये और बात है..



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तेरे हर नक़्श-ए-पा को रहगुज़र में सज़दा कर बैठे..
जहाँ तूने क़दम रखा ,वहाँ हमने भी सर रखा ..



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मेरी तड़प तो कुछ भी नहीं है
सुना है उसके दीदार को तो आईने भी तरसते है ।




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तुमने देखी नहीं हमारी, फूलों सी वफा...!
हम जिस पे खिलते हैं, उसी पे मुरझा जाते है...!!



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Wednesday, April 13, 2016

व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 35






कुछ किस्से दिल में...कुछ कागजों पर आबाद रहे...
बताओ कैसे भूलें उसे...जो हर साँस में याद रहे........



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फ़कीराना तबियत है हमारी .. मिले तो बाँट लेते हैं..!
हमसे दुआओं की..जमाखोरी नहीं होती..!!



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तुम मुझमें पहले भी थे , तुम मुझमें अब भी हो , फर्क बस इतना है...
पहले मेरे लफ़्ज़ों में थे, अब मेरी खामोशियों में हो..!!!!



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वफ़ा करना सीख भी लो इश्क की नगरी में 
सिर्फ दिल लगाने से दिलों में घर नहीं बनते  



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बारिश में रख दो इस जिंदगी के पन्नों को, ताकि धुल जाए स्याही 
ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन करता है कभी- कभी. 



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इन आँखों में तेरे इंतज़ार के सिवा कुछ बाकी नहीं...!
जान बाकी है मगर जीने की तमन्ना बाकी नहीं...!!



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 ना लफ़्ज़ों में लहू निकलता है ना किताबें बोल पाती है,
मेरे दर्द के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले ---!!



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इस तरह ज़िंदगी ने दिया है हमारा साथ 
जैसे कोई निबाह रहा हो रक़ीब से




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‪#‎तुम्हारा‬ सिर्फ़ हवाओं पे ‪#‎शक़‬ गया होगा,
‪#‎चिराग़‬ ख़ुद भी तो जल-जल के ‪#‎थक‬ गया होगा.




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जहाँ रोज छोड़ने की बाते हो दोस्तों 
समझ जाना वहाँ प्यार नही खेल हो रहा है



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‪#‎अजब‬ 👩तेरे नखरे ‪#‎गजब‬ तेरा
👺‪#‎स्टाईल‬ 
👃‪#‎नाक‬ पोछने की 
‪#‎taMiz‬. Nhi. Or
हाथ में ‪#‎मोबाइल‬🙊


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‪#‎अजब‬ पहेलियां हैं हाथों की लकीरों में..‪#‎सफर‬ ही सफर लिखा है # हमसफर कोई नहीं..



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‪#‎अजब‬ _मुकाम_पर आ ठहरा है
‪#‎काफिला_जिदंगी_ka‬,
‪#‎सुकून‬ ढूंढने निकले थे
‪#‎नीदं_भी_गंवा_बैठे‬ 



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"कुछ ‪#‎अजीब‬ सा रिश्ता है 
उसके और मेरे दरमियां
"जब भी मिलता है 
‪#‎पलके‬ झुक जाती है...!!!.



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‎रात‬ की ‪#‎खामोशियों‬ में भी ‪#‎अजब‬ सा ‪#‎शोर‬ होता है ‪#‎सुन‬ बस वही ‪#‎पाता‬ है जो ‪#‎दर्द‬ के ‪ज्यादा‬ ‪#‎करीब‬ होता है




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‪#‎अज़ब‬ माहौल है मेरे ' ‪#‎मुल्क‬ ' का, #‎मज़हब‬ ‪#‎थोपा‬ ‪#‎जाता‬ है, ' ‪#‎इश्क‬ 'रोका जाता है ......!!!




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किसके हैं हम...? बस तुम्हारे ही तो हैं" ,
उसके ये अलफ़ाज़ झूठे; मगर गज़ब के थे 



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चाय के उस प्याले के भी क्या ठाठ हैं
सवेरे होते ही तेरे होंठों को चूम लेता है…




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अगर ये सच है
की हर लङकी पैसो पर नही मरती
तो ये भी सच है की
हर लङका जिस्म पर नही मरता।


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मेरे ज़िस्म से उसकी खुशबू आज भी आती है 
 बड़ी फुर्सत से कभी गले लगाया था मैंने उसे 



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व्हाट्स ऍप स्टेटस --पार्ट 34






मुझे आजमाने वाले शख्स तेरा शुक्रिया
मेरी काबिलियत निखरी है तेरी हर आजमाइश के बाद..


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बातों की तह तक जाते हो!
ढूँढ के आख़िर क्या लाते हो?



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हिला के रख देता है इंसान की बुनियाद..
कमबख़्त इश्क भी किसी जलजले से कम नहीं..



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ना मेरा प्यार कम हुआ, ना उनकी नफरत..
अपना अपना फर्ज था, दोनों अदा कर गये..



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नफरत और प्यार की जंग में हार गया दिल 
अब टूटे हुए दिल को कहाँ ले जाएं हम



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चल आ तेरे पैरों पर मरहम लगा दूं ऐ# मुक़द्दर
कुछ चोटें तुझे भी आई होगी,
मेरे सपनों को ठोकर मारकर !!!!!




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सुन पगली : तुम्हें छेड़नें का मन करता हैं , छोड़ने का नहीं…


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 कुछ नहीं मिला इश्क़ के समंदर में
सिर्फ डूबना ही लिखा है भंवर में



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हमने भी मुआवजे #की अर्जी  डाली #है साहब
उनकी यादों #की बारिश ने  काफी नुकसान पहुँचाया #है



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काश वह पल  ही नहीं हो की जिस पल में नजर तू न आये। और ऐसा पल आये तो उस पल मैं हम मरजाये




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लौट आओ वो हिस्सा लेकर, जो साथ ले गये थे तुम..
इस रिश्ते का अधूरापन अब अच्छा नहीं लगता....!!




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रात पास बैठी थी खामोश , मेरे साथ हमेशा की तरह
कोई और भी था हमारे बीच , एक हज़ार मीलों का ख्वाब




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तन्हाई का ये आलम और इंतज़ार की ये रात
दोनों कब ख़त्म होंगे पता नहीं



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नहीं जानते क्या हैं ‪#‎रिश्ता‬ तुमसे मेरा......
 ‪#‎मन्नतों‬ के हर धागे में एक ‪#‎गाँठ‬ तेरे नाम की ‪#‎बाँधते‬ हैं अब हम.!!


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मन्नत के तावीज की तरह पहन लेते हैं तुझे हम
सुना है खुदा  के दर पर मन्नतें पूरी होती है



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मेरे घर के आईने टूटे.. मुझसे ना उम्मीद होकर..
मैं आईनों से ज्यादा टूटा.. उसके करीब होकर.




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ज़िंदगी क्या है जान जाओगे..रेत पर ला के मछलियाँ रख दो...ll.




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हलकी सी हो चुकी ये नाज़ुक पलकें मेरी
मुद्दतों बाद इन नज़रों से गिरा है  कोई ..




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तुम रूठ जाओगी तो मैं मना लूंगा,
.पर इसका मतलब ये नहीं की
.तुम रोज ‪#‎बन्दरिया‬ जैसा मुह बनाकर बैठ जाओ..




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‪#‎कुछ_तो_बात_है_तेरी_फितरत_मे‬
ऎ दोस्त
‪#‎वरना_तुझको_याद_करने_की_खता_हम_बार‬-बार_न_करते....



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खुशियों की नीलामी कर के आया हूँ...
मजबूरी की बोली सबसे ऊँची थी...



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